लखनऊ: 18 फरवरी से प्रस्तावित यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटर परीक्षा प्रदेश में 7786 केंद्रों पर होगी। इनमें 451 राजकीय, 3401 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय एवं 3934 वित्तविहीन स्कूल हैं। यूपी बोर्ड ने आपत्तियों के निस्तारण के बाद केंद्रों की अंतिम सूची तय समय में जारी कर दी है। 12 नवंबर को जारी प्रारंभिक सूची की तुलना में अंतिम सूची में सिर्फ 15 केंद्र बढ़े हैं। इस बार यूपी में 10वीं-12वीं के 56 लाख से ज्यादा विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा में बैठेंगे।
12 नवंबर की लिस्ट में 7761 स्कूलों को केंद्र प्रस्तावित किया गया था। जिला विद्यालय निरीक्षकों ने ऑनलाइन आपत्तियां आमंत्रित करने के बाद डीएम की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति से निस्तारण के बाद अंतिम सूची बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड की। जिसकी कमियां दूर करते हुए बोर्ड ने केंद्रों की अंतिम सूची जारी कर दी। सबसे अंत में नकल के लिए बदनाम गोंडा जिले के केंद्र अपलोड हो सके।
तय समय में केंद्रों की सूची फाइनल करने के लिए यूपी बोर्ड के अफसर और कर्मचारी शनिवार आधी रात के बाद तक मुख्यालय में डटे रहे। जो केंद्र प्रस्तावित हैं उनमें तीन हजार से अधिक राजकीय और एडेड कॉलेजों में ब्राडबैंड और राउटर नहीं है। राजकीय स्कूलों में सरकार, सहायता प्राप्त व वित्तविहीन स्कूलों में प्रबंधन परीक्षा से पहले आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। बोर्ड परीक्षा के लिए 10वीं-12वीं में 56,11,689 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं।
अंतिम लिस्ट में 180 वित्तविहीन स्कूल बने केंद्र
शनिवार को जारी अंतिम सूची में 180 अतिरिक्त वित्तविहीन स्कूलों को केंद्र बनाया गया है। 12 नवंबर की लिस्ट में 3754 वित्तविहीन स्कूल केंद्र प्रस्तावित थे जबकि अंतिम सूची में इनकी संख्या बढ़कर 3934 हो गई है। पिछले साल 4573 वित्तविहीन स्कूलों को केंद्र बनाया गया था। पिछले साल कुल 8354 स्कूल केंद्र बने थे। इस लिहाज से इस साल कुल 568 केंद्र कम हुए हैं।
2020 की छात्रसंख्या पर एक नजर
हाईस्कूल
बालक: 16,63,072
बालिका: 13,62,370
योग: 30,25,442
इंटरमीडिएट
बालक: 14,65,844
बालिका: 11,20,403
योग: 25,86,247
10वीं और 12वीं के कुल परीक्षार्थी : 5611689